घर पर रिकॉर्डिंग स्टूडियो कैसे बनायें ?
जी हाँ, अब आप अपने खुद के घर पर ही अपना रिकॉर्डिंग स्टूडियो बना सकते हैं अब कहीं और जाने की ज़रुरत नहीं। मैं आज आपको कुल 8 steps में बताऊंगा कि रिकॉर्डिंग स्टूडियो कैसे बनाये ? घर पर रिकॉर्डिंग स्टूडियो बनाने के लिए कुछ स्टेप्स बता रहे हैं उन स्टेप्स को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उनको फॉलो करके अपने घर पर रिकॉर्डिंग स्टूडियो बना सकते हो।
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साउंड प्रूफ रूम
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लैपटॉप या डेस्कटॉप
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म्यूजिक सॉफ्टवेयर
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मिडी कीबोर्ड
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मॉनिटर स्पीकर
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हैडफ़ोन
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ऑडियो इंटरफ़ेस
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कंडेंसर माइक्रोफोन
साउंड प्रूफ रूम
दोस्तों घर पर रिकॉर्डिंग स्टूडियो बनाने के लिए आपको रूम की साउंड प्रूफिंग करनी बेहद ज़रूरी है क्योंकि रूम की साउंड प्रूफिंग करने से आपके रिकॉर्डिंग स्टूडियो में साउंड क्वालिटी अच्छी होती है जिससे आपके ट्रैक में एक अच्छी क्वालिटी मिलेगी। अपने रूम को साउंड प्रूफ करने के लिए आपको अकॉस्टिक फोम की ज़रुरत पड़ती है और अकॉस्टिक पैनल का भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन आप अपने बजट के अनुसार इन दोनों में से किसी को भी चुन सकते हैं अकॉस्टिक फोम, अकॉस्टिक पैनल से काफी सस्ते होते हैं। आप किसी एक को या फिर दोनों को चुन सकते हैं।
लैपटॉप या डेस्कटॉप
घर पर रिकॉर्डिंग स्टूडियो बनाने के लिए लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप की आवश्यकता पड़ती है। क्योंकि किसी भी गाने को रिकॉर्ड करने के लिए एक सॉफ्टवेयर की ज़रुरत होती है और वो सॉफ्टवेयर लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप में ही चलता है इसलिए आपको एक अच्छा लैपटॉप खरीदना चाहिए अगर आपको ये नहीं मालूम है कि रिकॉर्डिंग के लिए कौन सा लैपटॉप लेना चाहिए या क्या क्या कॉन्फ़िगर होना चाहिए तो यहाँ क्लिक कर सकते हैं :- लैपटॉप
म्यूजिक सॉफ्टवेयर
ऑडियो रिकॉडिंग के लिए आपको एक सॉफ्टवेयर कि ज़रुरत पड़ेगी उस सॉफ्टवेयर को आपको परचेस करना पड़ेगा मार्किट में काफी सारे सॉफ्टवेयर मिल जायेंगे जिसमे आप नया म्यूजिक बना सकते हैं म्यूजिक बनाकर उसमे अपनी आवाज कि रिकॉर्डिंग भी कर सकते हैं कुछ सॉफ्टवेयर के नाम यहाँ मैन्सन कर रहे हैं उनकी लिस्ट है :- fl studio, ableton live etc. अगर आप इनमें से किसी को परचेस करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें :- fl studio, ableton live
मिडी कीबोर्ड
मिडी कीबोर्ड का उपयोग बेसिकली म्यूजिक बनाने के लिए किया जाता है। जैसे :- पियानो होता है ठीक वैसे ही बनावट का होता है लेकिन पियानो काफी बड़ा होता है जबकि मिडी कीबोर्ड छोटा होता है। मिडी कीबोर्ड में खुद का म्यूजिक या साउंड नहीं होता है जबकि पियानो में खुदका साउंड होता है मिडी कीबोर्ड को लैपटॉप से कनेक्ट किया जाता है और जो लैपटॉप में सॉफ्टवेयर होता है उस सॉफ्टवेयर में मिडी कीबोर्ड का रोल होता है क्योंकि उस सॉफ्टवेयर में खुद के बने प्रीसेट्स होते हैं जिसकी वजग से मिडी कीबोर्ड कि बटन दबते ही लैपटॉप में साउंड बजने लगता है। जिससे अपनी खुदकी एक मेलोडी तैयार हो जाती है। क्लिक करें :- मिडी कीबोर्ड
मॉनिटर स्पीकर
मॉनिटर स्पीकर का काम ऑडियो मिक्सिंग के लिए किया जाता है। लेकिन कई बार हेडफोन से भी काम चल जाता है। अगर आपका बजट ठीक है तो फिर आप दोनों चीज़े ले सकते हैं। मॉनिटर स्पीकर काफी कॉस्टली होते हैं क्योंकि इन स्पीकर में फ्लैट साउंड सुनाई देती है फ्लैट साउंड का मतलब जैसे एक गाना है उसमे जितने भी इंस्ट्रूमेंट बज रहे हैं वो सभी क्लीन सुनाई देते हैं जिससे एक म्यूजिक प्रोडूसर गाने को सुनकर गाने को मिक्स करता है जिससे एक गाना क्लीन सुनाई देता है। ये काफी कॉस्टली भी होते हैं। लिंक दे रहा हूँ क्लिक कर सकते हैं लेने हो तो :- मॉनिटर स्पीकर
हेडफोन
मॉनिटर स्पीकर की तरह हेडफोन का काम भी साउंड को मिक्स करने का होता है फर्क सिर्फ इतना ही है हेडफोन कानों में लगाए जाते हैं जबकि मॉनिटर स्पीकर टेबल पर रखे जाते हैं काम दोनों का एक ही होता है। हेडफोन देख सकते हैं :- हैडफ़ोन
ऑडियो इंटरफ़ेस
ऑडियो इंटरफ़ेस एक प्रकार कि ऐसी डिवाइस होती है जिसके अंदर 48 वाल्ट का फैंटम पावर होता है जोकि हेडफोन, कंडेंसर मिक्रोफोन, मॉनिटर स्पीकर इत्यादि चीज़ों को कनेक्ट करके कंप्यूटर तक सिगनल पहुंचाता है। और ऑडियो क्वालिटी को बढ़ाकर क्लीन ऑडियो साउंड हेडफोन या स्पीकर को देता है। ऑडियो इंटरफ़ेस का रिकॉर्डिंग स्टूडियो में काफी महत्व है। यहाँ क्लिक करके खरीद सकते हैं:- ऑडियो इंटरफ़ेस
कंडेंसर मिक्रोफोन
कंडेंसर मिक्रोफोन से हम अपनी वोकल रिकॉर्ड करते हैं वोकल रिकॉर्ड करके अपने गाने को बनाते हैं बेसिकली कंडेंसर मिक्रोफोन का काम सिर्फ किसी भी आवाज को रिकॉर्ड करना होता है। खरीदने के लिए यहाँ जा सकते हैं :- कंडेंसर microphone
ये भी चाहे तो पढ़ सकते हैं :- लैपटॉप में ऑडियो रिकॉर्ड कैसे करें